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Saturday, August 21, 2010

सिक्खों की सुरक्षा मुसलमानों की जिम्मेदारी-डॉ. मीणा

सिक्खों की सुरक्षा मुसलमानों की जिम्मेदारी-डॉ. मीणा

जयपुर। भ्रष्टाचार एवं अत्याचार अन्वेषण संस्थान (बास) के राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉ. पुरुषोत्तम मीणा ने प्रधानमन्त्री डॉ. मनमोहन सिंह को पत्र लिखकर आग्रह किया है कि कश्मीर में सिखों को जानमाल के खतरे की आशंका है और ऐसे हालात में कोई भी व्यक्ति सामान्य जीवन नहीं जी सकता है। आतंकियों के इरादे नेक नहीं हैं। ऐसे में बहुत जरूरी है कि कश्मीरी सिखों को भयमुक्त करने के लिये आतंकियों के विरुद्ध योजनाबद्ध तरीके से सख्ती से निपटा जाये और आतंकियों की ओर से सिक्खों को दी गयी धमकी का प्रत्यक्ष या परोक्ष समर्थन करने वाले किसी भी व्यक्ति को तत्काल देशद्रोह के आरोप में गिरफ्तार कर जेल में डाला जावे।


डॉ. मीणा ने प्रधामन्त्री को लिखे पत्र में साफ शब्दों में कहा है कि यदि आतंकियों के भय से पण्डितों की भांति सिख भी कश्मीर छोडने को विवश हो गये तो इससे भारत सरकार की कश्मीर में उपस्थिति पर ही सवाल खडा हो जायेगा। पहले से ही कश्मीरी पण्डित, कश्मीर से विस्थापित होकर, देशभर में दर-दर की ठोकरें खाने को विवश हैं। अब आतंकी सिक्खों को खदेडना चाहते हैं। आतंकियों की इस कुनीति को भारत के लोग बर्दास्त नहीं कर सकते हैं।


डॉ. मीणा ने कहा है कि भारत के प्रधानमन्त्री के नाते आपका संवैधानिक दायित्व है कि आप कश्मीर में ही नहीं सारे देश में नस्लीय या धार्मिक आधार पर किसी के विरुद्ध भी जहर उगलने या धमकाने वाले लोगों के विरुद्ध कडाई से पेश आयें। अन्यथा भारत संघ के प्रधानमन्त्री के रूप में आपकी मंसा पर सवाल खडे होना स्वाभाविक है।

डॉ. मीणा ने देश के और विशेषकर कश्मीर के मुसलमानों का भी आह्वान किया है कि वे कश्मीरी सिक्खों की ढाल बनें, जिससे उनकी देशभक्ति पर उंगली उठाने वालों को भी जवाब मिल सके। अन्यथा ऐसी शक्तियाँ जो देश के मुसलमानों को गद्दार और देशद्रोही कहती हैं, उन्हें ताकतवर होने का अवसर मिलेगा।

दिनांक : 21.08.10

पंकज सत्तावत
सहायक कार्यालय सचिव
भ्रष्टाचार एवं अत्याचार अन्वेषण संस्थान (बास)
राष्ट्रीय अध्यक्ष का कार्यालय, जयपुर।

1 comment:

  1. क्या खूब कहते हो मीणा जी ये तो वो बात हुई शेरो की सुरक्षा - शिकारी कुत्तों के हवाले- कश्मीरी पंडितों को तो लील ही गए हैं पर सिख तो कुर्बानी देना जानता है - कुछ बिरियानी वगेरा भिजवाने की बात करते

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